धनबाद में घर धसना,जमीन फटना, लोगों का जीवित दफन
धनबाद से मनोज कुमार सिंह कि रिपोर्ट
धनबाद: धनबाद में घर धसना,जमीन फटना, लोगों का जीवित दफन हो जाना कोयलांचल की नियति बनती जा रही है। पूर्व में कोयला निकालकर छोड़े गए स्थान और हाल के वर्षों में बेधड़क, निडर होकर हुए अवैध उत्खनन का खामियाजा कोयलांचल भुगतना शुरू कर दिया है. यह अलग बात है कि जो अग्नि प्रभावित इलाके हैं, वहां तो जमीन फटने की बात समझ में आती है, लेकिन जो इलाके अग्नि प्रभावित नहीं है, वहां भी अब घटनाएं हो रही है. यह खतरे की घंटी है .लोगों को पता ही नहीं चलता और जमीन फट जाती है. कतरास राजगंज मुख्य सड़क पर सड़क से मात्र 10 फीट की दूरी पर जोरदार आवाज के साथ जमीन फटी है.इसकी चपेट में दो दुकानें आ गई है. फर्नीचर दुकान का आधा हिस्सा और सामान और डेटिंग की एक दुकान जमीन में समा गई है.
इसके बाद तो इलाके में अफरा तफरी मच गई. इस घटना से गुहिबंध इलाके के हजारों की आबादी में अफरा तफरी मच गई. बगल में खटाल से मवेशियों को बाहर निकाल कर सड़क के उस पार खुले में बांध दिया गया. सूचना पाकर पुलिस और सीआईएसफ वाले पहुंचे और सुरक्षा की दृष्टिकोण से घटनास्थल की बैरिकेडिंग कर दी गई .घटना के समय दुकान बंद थी. एक दो कारीगर दुकान में काम कर रहे थे. अचानक दुकान की दीवार धसने लगी. कर्मी दुकान से बाहर भागे और शोर मचाने लगे. बाहर जो समान थे ,उसे हटाने लगे. इसी दौरान डेटिंग की दुकान पूरी तरह से जमीन में समा गई.
लोग बताते हैं कि जहां घटना घटी है, उसके ठीक पीछे बीसीसीएल की सलानपुर कोलियरी की पांच नंबर पिट है. यहां वर्षो पूर्व बीसीसीएल की अंडरग्राउंड खदान थी. वैसे लोग बताते हैं कि सुबह में दुकान में हल्की दरार आई थी. इसके बाद शाम होते-होते दुकान धस गई. इस इलाके में पहले भूमिगत खदान चली है. वही इस इलाके में अच्छी आबादी है. इस घटना के बाद से दहशत का माहौल है. पहले अमूमन बरसात के दिनों में ही धसान की घटनाएं होती थी. लेकिन अब जमीन के नीचे कोयला निकल जाने के कारण कभी भी घटनाएं हो रही है. इसका सिलसिला तेज हो गया है. कतरास इलाके में भी कोयले का अवैध खनन कम नहीं किया गया है. नतीजा अब धीरे-धीरे सामने आ रहा है.